बुधवार, 20 फ़रवरी 2013

घटकैतिक सास्त्रक निर्माण


बरा अजगुत देखालोँ,
भांति-भांति के घटक देखालोँ,
घटकैतिक माया जाल देखालोँ,
सगा-संबंधिक चाल देखालोँ,
सुनैत छलहूँ,
अपन स आन भला,
आन स जंगल भला,
आ बिपतिये में होएत अछि,
स्नेही जनक परिचय,
समयक चक्र में चकृत,
देखालोँ सब कीछ बिष्मित,
मूल्य चुकैलौं,
सत्य टा स किछ बेसी नै पेलों,
मुदा !
सत्ये स सहजता,
आ सहजता स प्रसन्नता,
आ प्रसन्नता स सम्पन्नता,
अंतर अस्पष्ट करैत अई,
आ कहैत अई,
भोला बछरा दूध पियैत अई,
आ सयाना कौआ बिष्ठा,
समयक क्रम येह कहैत अई,
अनुभव सेहो येह देखैत अई,
मुदा !
भावी के विधान स,
ग्रसित वर वा कन्या परिवार के,
घटक आ सम्बन्धी,
घत्कैतिक आर में,
दुहैत छथी निर्ममता स,
इर्षा-द्वेष कुटिल मुश्की में छुपोने,
जरल मोन स जे,
हमरा स निक केकरो ने होए,
घत्कैतिक सास्त्रक निर्माण,
मैथिलक अनुसंधान अई,
बरा अजगुत देखालोँ,
ई एकटा बरका चमत्कार अई, 

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